सनातन धर्म ą¤े समृद्ध ą¤ą¤¤िहास ą¤ी ą¤ोą¤: हिंदू धर्म ą¤े लिą¤ ą¤ą¤ व्यापठमार्ą¤ą¤¦ą¤°्शिą¤ा
- #SanatanaDharma
- #Hinduism
- #Spirituality
- #Culture
- #ReligiousArticles
- #HinduHeritage
- #DiverseWisdom
- #HinduPhilosophy
- #SacredTraditions
- #ExploringHinduism
सनातन धर्म ą¤ो ą¤ą¤¹ą¤°ाठसे ą¤øą¤®ą¤ą¤Øा: हिन्दू धर्म ą¤े ą¤ą¤¹ą¤°े पर्व
सनातन धर्म ą¤ा ą¤ą¤¦ान-प्रदान
हिन्दू धर्म, ą¤िसे ठą¤ेले "सनातन धर्म" ą¤ी ą¤ą¤¹ा ą¤ाता है, ą¤ą¤ ठत्यधिठविशाल ą¤ą¤° ą¤ą¤¹ą¤°ा धर्म है, ą¤िसमें ठनą¤िनत सिद्धांत, परंपराą¤ँ ą¤ą¤° ą¤्रंऄ हैं। यह ą¤ą¤ विविधता से ą¤ą¤°ą¤Ŗूर धर्म है ą¤िसमें ą¤ą¤¦ित्या, शैव, शाą¤्त, वैष्णव, ą¤ą¤° ठन्य ठनेठपांऄ हैं।
सनातन धर्म ą¤े मूल सिद्धांत
सनातन धर्म ą¤ा मूल महत्व धर्मिą¤ ą¤ą¤° ą¤ą¤§्यात्मिठतत्वों पर है। ą¤ą¤øą¤®ें धर्म, ą¤ą¤°्म, मोą¤्ष, ą¤ą¤° ध्यान ą¤ैसे महत्वपूर्ण सिद्धांत होते हैं, ą¤ो ą¤ीवन ą¤ा मार्ठदर्शाते हैं।
सनातन धर्म ą¤ी विविधता
हिन्दू धर्म ą¤ी विशेषता यह है ą¤ि यह ठपने ठनुयायियों ą¤ो ठन्य धर्मों ą¤े प्रति सहानुą¤ूति ą¤ą¤° समरसता ą¤ी ą¤ą¤° प्रोत्साहित ą¤ą¤°ą¤¤ा है। ą¤ą¤øą¤®ें ą¤ą¤्ति, ą¤्ą¤ान, ą¤ą¤° ą¤ą¤°्म मार्ठą¤े ठनुसरण ą¤े लिठठनेठरूप हैं।
सनातन धर्म ą¤े प्रमुठą¤्रंऄ
सनातन धर्म ą¤े ą¤ą¤¹ą¤°े सिद्धांतों ą¤ą¤° ą¤्ą¤ान ą¤ो ą¤ुरूत्वाą¤ą¤°्षण से प्रस्तुत ą¤ą¤°ą¤Øे वाले ą¤ą¤ महत्वपूर्ण ą¤्रंऄ हैं। ą¤ą¤Øą¤®ें ą¤ą¤ą¤µą¤¦ ą¤ीता, ą¤ą¤Ŗą¤Øिषद, रामायण, महाą¤ारत ą¤ą¤° ą¤ą¤ą¤µą¤¤ पुराण शामिल हैं।
सनातन धर्म ą¤ा महत्व
सनातन धर्म ą¤ą¤ ठनमोल धरोहर है ą¤ो मानव ą¤ीवन ą¤ो सही दिशा में मार्ą¤ą¤¦ą¤°्शन ą¤ą¤°ą¤¤ा है। यह धर्म ą¤ą¤§्यात्मिą¤ą¤¤ा, सद्ą¤ुण, ą¤ą¤° सहयोठą¤े माध्यम से ą¤ीवन ą¤ा महत्वपूर्ण हिस्सा है।
समापन
हिन्दू धर्म ą¤ą¤¹ą¤°े ठर्ऄों में सनातन धर्म ą¤ो ą¤øą¤®ą¤ą¤Øे ą¤ा ą¤ą¤ माध्यम है। ą¤ą¤øą¤े ą¤ą¤¹ą¤°े सिद्धांतों ą¤ą¤° ą¤ą¤¦ą¤°्शों ą¤ी समठसे हम ठपने ą¤ीवन ą¤ो सुą¤ą¤®ą¤Æ ą¤ą¤° सात्विठबना ą¤øą¤ą¤¤े हैं।
हिन्दू धर्म: दिल ą¤ो ą¤ूने वाली बातें
हिन्दू धर्म: दिल ą¤ो ą¤ूने वाली ą¤ावनाą¤ँ
हिन्दू धर्म, या सनातन धर्म, ą¤ą¤ ą¤ą¤øा ठद्वितीय धर्म है ą¤िसने ठपने ठनुयायियों ą¤े दिलों ą¤ो ą¤ू लिया है। यह धर्म बहुत ही ą¤ą¤¹ą¤°ा ą¤ą¤° विशाल है, ą¤ą¤° ą¤ą¤øą¤®ें ठनą¤िनत ą¤ावन
धर्म: दिल ą¤ो ą¤ूने वाली तऄ्य
हिन्दू धर्म, या सनातन धर्म, विश्व ą¤े सबसे प्राą¤ीन ą¤ą¤° ą¤ą¤¹ą¤°े धर्मों में से ą¤ą¤ है ą¤ą¤° ą¤ą¤øą¤े पीą¤े ą¤ą¤ दिल ą¤ो ą¤ूने वाले तऄ्य ą¤ुपे हैं।
1. विविधता ą¤ा ą¤ą¤¦ान-प्रदान
2. ą¤ारतीय धार्मिठą¤्रंऄ
3. ध्यान ą¤ą¤° ą¤ą¤§्यात्मिą¤ą¤¤ा
हिन्दू धर्म में ध्यान ą¤ą¤° ą¤ą¤§्यात्मिą¤ą¤¤ा ą¤ा महत्वपूर्ण स्ऄान है। योą¤ ą¤ą¤° ध्यान ą¤े माध्यम से व्यą¤्ति ठपने ą¤ą¤¤्मा ą¤ी ą¤ोठमें ą¤ुą¤ą¤¤ा है ą¤ą¤° ठंतरात्मा ą¤े साऄ मेल ą¤ą¤°ą¤¤ा है।
4. सद्ą¤ुण ą¤ą¤° सेवा
______________Read more
108 मनą¤े ą¤ी माला से ही ą¤्यों ą¤ą¤°ą¤Øा ą¤ाहिą¤??
108 में से 107 ą¤ा वर्णन।।
परसों बात ą¤ी ऄी ą¤ि पहनने वाली माला ą¤ितने ą¤ी मनą¤े ą¤ी हो फर्ठनहीं ą¤Ŗą„ą¤¤ा, ą¤ą¤Ŗą¤Øे वाली 108 मनą¤े ą¤ी ही होनी ą¤ाहिą¤। ये ą¤ी बताया ऄा ą¤ि ठंą¤ूठे ą¤े ą¤ॉप ą¤ाठमें ą¤ą¤्ą¤ाą¤ą¤्र ą¤ा पॉą¤ंठहोता है ą¤ो बार बार मनą¤े पर ą¤°ą¤ą„ने से न ą¤ाने ą¤ą¤¬ व्यą¤्ति ą¤ी प्रą¤्ą¤ा ą¤ाą¤ृत हो ą¤ाą¤।
तो प्रश्न यह है ą¤ि ą¤ą¤Ŗ ą¤्यों ą¤ą¤°ą¤Øा ą¤ाहिą¤?108 मनą¤े ą¤ी माला से ही ą¤्यों ą¤ą¤°ą¤Øा ą¤ाहिą¤?
शीर्ष महिला ą¤ारतीय ą¤ą¤£ितą¤्ठ...... लीलावती
Read in English
ą¤ą¤£ितą¤्ठ#लीलावती ą¤ा नाम हममें से ठधिą¤ांश लोą¤ों ने नहीं सुना है। ą¤ą¤Øą¤े बारे में ą¤ą¤¹ा ą¤ाता है ą¤ि वो पेऔ़ ą¤े पत्ते तठą¤िन लेती ऄी।
ą¤ą¤ महत्वपूर्ण ą¤ą¤Ŗą¤ą¤°ą¤£ ऄी नारायणी सेना।
हिन्दु ą¤ą¤ą¤¤ा में सोशल नेą¤ą¤µą¤°्ठą¤ी सहायą¤।
महाą¤ाल ą¤े नाम पर ą¤ą¤ होą¤ą¤², ą¤ą¤Øą¤े संą¤ालठमुस्लिम
ą¤्या ऄे श्री ą¤ृष्ण ą¤े ą¤ą¤¤्तर! ą¤ą¤¬ ą¤ीष्मपितामह ने राम ą¤ą¤° ą¤ृष्ण ą¤े ठवतारों ą¤ी तुलना ą¤ी?A must read phrase from MAHABHARATA.
श्री ą¤ृष्ण ą¤े वस्त्रावतार ą¤ा रहस्य।।
Most of the hindus are confused about which God to be worshipped. Find answer to your doubts.
हम ą¤िसी ą¤ी व्यą¤्ति ą¤ा नाम विą¤ीषण ą¤्यों नहीं ą¤°ą¤ą¤¤े ?
How do I balance between life and bhakti?
मंदिर सरą¤ारी ą¤ंą¤ुल से मुą¤्त ą¤ą¤°ाने हैं?
यą¤्ą¤ą¤¶ाला में ą¤ाने ą¤े सात वैą¤्ą¤ानिठलाą¤।।
सनातन व सिą¤ी में ą¤ोठą¤ेद नहीं।
Astonishing and unimaginable facts about Sanatana Dharma (HINDUISM)
Why idol worship is criticized? Need to know idol worshipping.
ą¤ą¤Øेठą¤ा महत्व।।
ą¤ą¤ार्य वात्स्यायन ą¤ą¤° शरीर विą¤्ą¤ान।
तांत्रिठयानी शरीर वैą¤्ą¤ानिą¤।।
Find out how our Gurukul got closed. How did Gurukul end?
तुम ą¤ौन हो? ą¤ą¤¤्म ą¤ाą¤ą¤°ूą¤ą¤¤ा पर ą¤ą¤ ą¤ą¤¹ानी।
सौą¤ंध मुą¤े ą¤ą¤ø मिą¤्ą¤ी ą¤ी मैं देश नहीं मिą¤ą¤Øे दूंą¤ा।।
Shree ram ki kavita, kahani (chaand ko hai ram se shikayat)
The questions of narada and their answers.
श्रीą¤®ą¤¦ą„ ą¤ą¤¤ुर्मुą¤ाय विद्महे, ą¤ą¤®ą¤£्औलु धाराय धीमहि, तन्नो ब्रह्म प्रą¤ोदयात् ॥
ą„ ą¤µेदात्मने विद्महे, हिरण्ą¤Æą¤ą¤°्ą¤ाय धीमहि, तन्नो ब्रह्म प्रą¤ोदयात् ॥
ą„ ą¤Ŗą¤°ą¤®ेश्वर्याय विद्महे, परतत्वाय धीमहि, तन्नो ब्रह्म प्रą¤ोदयात् ॥
ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण (विषय सूą¤ी) TABLE OF CONTENTS
विषय सूą¤ी [श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण]
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण [introduction]
• श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण [मंą¤ą¤²ा ą¤ą¤°ą¤£]
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण [स्ą¤ंध ą„§]
• श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण [स्ą¤ंध ą„Ø]
• श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण [स्ą¤ंध ą„©]
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण [स्ą¤ंध ą„Ŗ]
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण [स्ą¤ंध ą„«]
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण स्ą¤ंध ą„¬
https://anchor.fm/shrimad-bhagwad-mahapuran/episode
- ą¤ą¤्ति ą¤ा श्री नारद मुनि से मिलाप।। ą¤्ą¤ान वेराą¤्ठą¤ो ą¤ेत।।[ą¤
ध्याय ą„§]
- ༺═──────────────═༻
- सनą¤ादिठमुनियों द्वारा ą¤ą¤ą¤µą¤¦ ą¤ą¤„ा ą¤ा महात्मय।। [ą¤
ध्याय ą„Ø]
- •༺═──────────────═༻
- सनą¤ादिठमुनियों द्वारा ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ ą¤्ą¤ान ą¤ą¤µं ą¤ą¤°ą¤®्ą¤।। [ą¤
ध्याय ą„©]
- •༺═──────────────═༻
-
- धुन्ą¤¦ą¤ą¤°ी ą¤ą¤° ą¤ौą¤ą¤°्ण ą¤े ą¤ą¤Øą¤® ą¤ी ą¤ą¤„ा [ą¤
ध्याय ą„Ŗ]
- •
- ༺═──────────────═༻
- धुन्ą¤§ą¤ą¤°ी ą¤े मृत्यु ą¤ą¤° मोą¤्ष ą¤ी ą¤ą¤„ा।। [ą¤
ध्याय ą„«]
༺═──────────────═༻श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण [स्ą¤ंध ą„§]
शौनą¤ादि ą¤ą¤·ियों ą¤ा सूत ą¤ी से ą¤ाą¤ą¤µą¤¤ ą¤े विषय में सम्वाद। [ą¤
ध्याय ą„§]༺═──────────────═༻
• वेद व्यास ą¤ी द्वारा ą¤ą¤ą¤µą¤¦ ą¤ुण वर्णन।।[ą¤
ध्याय ą„Ø]
༺═──────────────═༻
• ą¤ą¤ą¤µान विष्णु ą¤े ą„Øą„Ŗ ą¤
वतार।। [ą¤
ध्याय ą„©]
༺═──────────────═༻
• व्यास मुनि ą¤ा नारद में सन्तोष होना ą¤ą¤° ą¤ाą¤ą¤µą¤¤ बनाना ą¤ą¤°ą¤®्ą¤ ą¤ą¤°ą¤Øा।। [ą¤
ध्याय ą„Ŗ]
༺═──────────────═༻
• नारद द्वारा हरि ą¤ीर्तन ą¤ो श्रेस्ठबतलाą¤ार वेद व्यास ą¤े शोठą¤ो दूर ą¤ą¤°ą¤Øा।।[ą¤
ध्याय ą„«]
༺═──────────────═༻
• देवर्षि नारद मुनि ą¤
पने पूर्व ą¤ą¤Ø्म ą¤ी ą¤ą¤„ा वेद व्यास ą¤ी ą¤ो ą¤ą¤¹ą¤Øा।। [ą¤
ध्याय ą„¬]
༺═──────────────═༻
• परीą¤्षित राą¤ा ą¤े ą¤ą¤Ø्म ą¤ą¤°्म ą¤ą¤° मुą¤्ति ą¤ी ą¤ą¤„ा।। [ą¤
ध्याय ą„]
༺═──────────────═༻
• ą¤
श्वत्ऄामा ą¤ा ब्रह्म ą¤
स्त्र ą¤ोऔ़ना।।परीą¤्षित राą¤ा ą¤े ą¤ą¤Ø्म ą¤ą¤°्म ą¤ą¤° मुą¤्ति ą¤ी ą¤ą¤„ा।। [ą¤
ध्याय ą„®]
༺═──────────────═༻
• युधिष्ठिर ą¤ा ą¤ीष्म पितामह से सब धर्मों ą¤ा सुनना।।[ą¤
ध्याय ą„Æ]
༺═──────────────═༻
• श्री ą¤ृष्ण ą¤ą¤ą¤µान ą¤ा सब ą¤ार्य ą¤ą¤°ą¤े हस्तिनापुर से ą¤ą¤²ą¤Øा।।[ą¤
ध्याय ą„§ą„¦]༺═──────────────═༻
• परीą¤्षित ą¤े ą¤ą¤Ø्म ą¤ी ą¤ą¤„ा।। [ą¤
ध्याय ą„§ą„Ø]
༺═──────────────═༻
• विदुर, धृतराष्ą¤्र, ą¤ान्धारी ą¤ा हिमालय ą¤ą¤®ą¤Ø से मोą¤्ष प्राप्ति ą¤ी ą¤ą¤„ा।।[ą¤
ध्याय ą„§ą„©]
༺═──────────────═༻
• युधिष्ठिर ą¤ो ą¤ą¤²ą¤Æुठą¤े लą¤्षण ą¤ा ą¤ą¤ास होना।।[ą¤
ध्याय ą„§ą„Ŗ]
༺═──────────────═༻
• ą¤
र्ą¤ुन ą¤ृष्णा प्रेम।। श्रीą¤ृष्ण स्तुति।।[ą¤
ध्याय ą„§ą„«]
༺═──────────────═༻
• राą¤ा परीą¤्षित ą¤ा वंश वर्णन।। [ą¤
ध्याय ą„§ą„¬]
༺═──────────────═༻
• राą¤ा परीą¤्षित ą¤ा ą¤ą¤²ą¤Æुठą¤ो ą¤
ą¤ą¤Æ देना।। ą¤ą¤²ą¤Æुठą¤े निवास स्ऄान।। [ą¤
ध्याय ą„§ą„]
༺═──────────────═༻
• परीą¤्षित ą¤े श्राप ą¤ी ą¤ą¤„ा ।।[ą¤
ध्याय ą„§ą„®]
༺═──────────────═༻_äŗŗäŗŗäŗŗäŗŗäŗŗäŗŗ_ą¤
ध्याय समाप्त_äŗŗäŗŗäŗŗäŗŗäŗŗäŗŗ_• श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण [स्ą¤ंध ą„Ø]
ź„ą¤¶ुą¤ą¤¦ेव ą¤ी द्वारा श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¤ ą¤ą¤°ंą¤ ą¤ą¤µं विराठरूप ą¤ा वर्णन।। ą¤
ध्याय ą„§[स्ą¤ंध ą„Ø]༺═──────────────═༻
ź„ą¤ैसे ą¤ą¤°ą¤¤े हैं ą¤्ą¤ानीą¤ą¤Ø प्राणों ą¤ा त्याą¤।। श्रीमद ą¤ą¤ą¤µą¤¦ पुराण महात्मय ą¤
ध्याय ą„Ø[स्ą¤ंध ą„Ø]
༺═──────────────═༻
ź„ą¤¶ुą¤ą¤¦ेव ą¤ी द्वारा विą¤िन्न ą¤ामनाą¤ं ą¤
र्ऄ देवो ą¤ा पूą¤ą¤Ø ą¤ा ą¤्ą¤ान।। श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण महात्मय ą¤
ध्याय ą„© [स्ą¤ंध ą„Ø]
༺═──────────────═༻
ź„ą¤¶्रीą¤®ą¤¦ą¤ą¤ą¤µाद्पुराण ą¤िसने ą¤ą¤¬ ą¤ą¤° ą¤िसे सुनायी।। ą¤
ध्याय ą„Ŗ[स्ą¤ंध ą„Ø]
༺═──────────────═༻
ź„ą¤µिष्णु में ही सम्पूर्ण ब्रह्माण्औ है।। ą¤
ध्याय ą„« [स्ą¤ंध ą„Ø]༺═──────────────═༻ź„ ą¤¶्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण * ą¤ą¤ वां ą¤
ध्याय * [स्ą¤ंą¤§ą„Ø]
(पुरुष ą¤ी विą¤ूति वर्णन)
दोहा-ą¤िमि विराठहरि रूप ą¤ा, ą¤
ą¤ą¤® रूप ą¤ą¤¹ą¤²ाय।
सो ą¤ą¤ वें ą¤
ध्याय में दीये ą¤ेद बताय।।
༺═──────────────═༻
ź„ą¤¬ृह्मा द्वारा ą¤ą¤°्मों ą¤े ą¤
नुसार ą¤ą¤ą¤µान नारायण ą¤े ą„Øą„Ŗ ą¤
वतारों ą¤ा वर्णन।। श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण महात्मय ą¤
ध्याय ą„ [स्ą¤ंध ą„Ø]
༺═──────────────═༻
ź„ą¤¶्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण महात्मय।। राą¤ा परीą¤्षित-शुą¤ą¤¦ेव संवाद।। ą¤
ध्याय ą„® [स्ą¤ंध ą„Ø]
༺═──────────────═༻
ź„ą¤िन ą¤ार श्लोą¤ों द्वारा हुठसम्पूर्ण ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ी ą¤°ą¤ą¤Øा।। ą¤
ध्याय ą„Æ [स्ą¤ंध ą„Ø]
༺═──────────────═༻
ź„ą¤¶्री हरि नारायण ą¤ा ą¤
स्तित्व।। देह ą¤ा निरमाण।। ą¤
ध्याय ą„§ą„¦ [स्ą¤ंध ą„Ø]༺═──────────────═༻
(पुरुष ą¤ी विą¤ूति वर्णन)
दोहा-ą¤िमि विराठहरि रूप ą¤ा, ą¤ ą¤ą¤® रूप ą¤ą¤¹ą¤²ाय।
सो ą¤ą¤ वें ठध्याय में दीये ą¤ेद बताय।।
༺═──────────────═༻
ź„ą¤¬ृह्मा द्वारा ą¤ą¤°्मों ą¤े ठनुसार ą¤ą¤ą¤µान नारायण ą¤े ą„Øą„Ŗ ठवतारों ą¤ा वर्णन।। श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण महात्मय ठध्याय ą„ [स्ą¤ंध ą„Ø]
༺═──────────────═༻
ź„ą¤¶्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण महात्मय।। राą¤ा परीą¤्षित-शुą¤ą¤¦ेव संवाद।। ठध्याय ą„® [स्ą¤ंध ą„Ø]
༺═──────────────═༻
ź„ą¤िन ą¤ार श्लोą¤ों द्वारा हुठसम्पूर्ण ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ी ą¤°ą¤ą¤Øा।। ठध्याय ą„Æ [स्ą¤ंध ą„Ø]
༺═──────────────═༻
ź„ą¤¶्री हरि नारायण ą¤ा ठस्तित्व।। देह ą¤ा निरमाण।। ठध्याय ą„§ą„¦ [स्ą¤ंध ą„Ø]
• श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण [स्ą¤ंध ą„©]
( ą¤ą¤¦्धवą¤ी ą¤ą¤° विदुरą¤ी ą¤ा सम्बाद)
༺═──────────────═༻
• ą¤ą¤¦्धव ą¤ी द्वारा ą¤ą¤ą¤µान श्री ą¤ृष्ण ą¤ा बल ą¤ą¤°ित्र वर्णन।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ठध्याय ą„Ø स्ą¤ंध ą„©
विदुर ą¤ą¤§्यव संवाद
༺═──────────────═༻
• यादव ą¤ुल ą¤ा नाश ą¤ा ą¤ैसे हुą¤?
तृतीय स्ą¤ंध श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण * तीसरा ठध्याय *
श्री ą¤ृष्ण द्वारा ą¤ंस वध तऄा माता पिता ą¤ा ą¤ą¤¦्धार।।
༺═──────────────═༻
• श्रीą¤ृष्ण ą¤ी ą¤ा ą¤ą¤§्यव ą¤ी ą¤ो ą¤ą¤¤्मą¤्ą¤ान।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण* * ą¤ौऄा ठध्याय*स्ą¤ंध ą„©
विदुरą¤ी ą¤ा मैत्रेयą¤ी ą¤े पास ą¤ą¤Øा
༺═──────────────═༻
• ą¤ृष्णा ą¤ी लीलाą¤ं ą¤ा वर्णन।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण पाँą¤ą¤µाँ ठध्याय [स्ą¤ंध ą„©]
मैत्रैय ą¤ी द्वारा ą¤ą¤ą¤µान लीलाą¤ं ą¤ा वर्णन
༺═──────────────═༻
• विराठठवतार ą¤ी सृष्ą¤ि ą¤ा वर्णन।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ठध्याय ą„¬ [स्ą¤ंध ą„©]
༺═──────────────═༻
• मैत्रैय ą¤ी द्वारा विद्वान् विदुर ą¤ी ą¤ो ą¤ą¤¤्मą¤्ą¤ान देना।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ठध्याय ą„ [स्ą¤ंध ą„©]
༺═──────────────═༻
• ब्रह्मा ą¤ी ą¤ą¤¤्पत्ति। श्री हरि विष्णु द्वारा दर्शन देना।।
श्रीमद ą¤ą¤ą¤µą¤¦ पुराण ठध्याय ą„® [स्ą¤ंध ą„©]
༺═──────────────═༻
• बृम्हा ą¤ी द्वारा ą¤ą¤ą¤µान विष्णु ą¤ा हृदय मर्म स्तवन।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ठध्याय ą„Æ [स्ą¤ंą¤§ą„©]
(बृम्हा ą¤ी द्वारा ą¤ą¤ą¤µान ą¤ा स्तवन)
༺═──────────────═༻
• सर्ą¤-विसर्ठद्वारा सृष्ą¤ि निर्माण ą¤ą¤µं व्याą¤्या।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ठध्याय ą„§ą„¦ [स्ą¤ंą¤§ą„©]
सर्ठą¤ी व्याą¤्या
༺═──────────────═༻
• युą¤, ą¤ाल ą¤ą¤µं ą¤ą„ी, मुहूर्त, ą¤ą¤¦ि ą¤ी व्याą¤्या।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ठध्याय ą„§ą„§ [स्ą¤ंध ą„©]
(मनवन्तर ą¤ą¤¦ि ą¤े समय ą¤ा परमाण वर्णन)
༺═──────────────═༻
• ą¤ैसे हुठą¤ायत्री मंत्र ą¤ी ą¤ą¤¤्त्पत्ति।।
श्रीमद ą¤ą¤ą¤µą¤¦ą¤Ŗुराण ठध्याą¤Æą„§ą„Ø [स्ą¤ंध ą„©]
༺═──────────────═༻
• श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ą¤Ŗुराण* तेरहवाँ ठध्याय * [स्ą¤ंą¤§ą„©]
(ą¤ą¤ą¤µान ą¤ा बाराह ठवतार वर्णन)
༺═──────────────═༻
• ą¤िस ą¤ारण हुą¤ ą¤ą¤्त प्रह्लाद ą¤ा ठसुर ą¤ुल में ą¤ą¤Øą¤®?
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ौदहवाँ ठध्याय [स्ą¤ंध ą„©]
(दिति ą¤े ą¤ą¤°्ठą¤ी ą¤ą¤¤्पत्ति ą¤ा वर्णन)
༺═──────────────═༻
• सनą¤ादिठमुनियों द्वारा ą¤ą¤Æ विą¤ą¤Æ ą¤े श्राप ą¤ी ą¤ą¤„ा ą¤ą¤µं ą¤ą¤§ार।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण पंद्रहवाँ ठध्याय [स्ą¤ंध ą„©]
(ą¤ą¤ą¤µान विष्णु ą¤े दो पार्षदों ą¤ो ब्राम्हण द्वारा श्राप देना)
༺═──────────────═༻
• हिरण्ą¤Æą¤ą¤¶िपु हिरनą¤्ष्य ą¤ी ą¤ą¤Øą¤® ą¤ą¤„ा [ą¤ाą¤ ą„Ø]
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण सोलहवां ठध्याय [स्ą¤ंध ą„©]
(ą¤ą¤Æ विą¤ą¤Æ ą¤ा वेą¤ुँठसे ठधः पतन)
༺═──────────────═༻
• हिरण्याą¤्ष ą¤ो युध्द दान देना।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण * सत्रहवाँ ठध्याय * [स्ą¤ंą¤§ą„©]
हिरण्ą¤Æą¤ą¤¶्यप ठसुर द्वारा दिą¤्विą¤ą¤Æ ą¤ą¤°ą¤Øा।
༺═──────────────═༻
• ą¤ą¤ą¤µान विष्णु ą¤ा हिरण्यą¤्ष ą¤ो युध्ददान।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण *ठठारहवाँ ठध्याय* [स्ą¤ंą¤§ą„©]
༺═──────────────═༻
• सृष्ą¤ि विस्तर ठर्ऄ ब्रह्मा ą¤ी द्वारा ą¤िये ą¤ą¤Æे ą¤ą¤°्म ą¤ą¤µं देह त्याą¤।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण बीसवां ठध्याय[स्ą¤ंध ą„©]
༺═──────────────═༻
• श्रीमद ą¤ą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ą¤्ą¤ीसवाँ ठध्याय [स्ą¤ंध ą„©]। विष्णुसार तीर्ऄ।
शतरुपा ą¤ą¤° स्वयंą¤ुव मनु द्वारा सृष्ą¤ि ą¤ą¤¤्पत्ति
ą¤ą¤°्दम ą¤ą¤·ि ą¤ा देवहूति ą¤े साऄ विवाह
༺═──────────────═༻
• राą¤ा मनु ą¤ा पुर्ण ą¤ą¤°ित्र व वंश वर्णन। मनु पुत्री ą¤ा ą¤ą¤¦ą¤°्म ą¤ą¤·ि संठविवाह।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण बाą¤ą¤øą¤µां ठध्याय [स्ą¤ंą¤§ą„©]
देवहूति ą¤ा ą¤ą¤¦ą¤®ą¤ी ą¤े साऄ विवाह होना
༺═──────────────═༻
• श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण तेą¤ą¤øą¤µाँ ठध्याय [सą¤ंध ą„©]
• ą¤ą¤°्दम ą¤ी देवहूति ą¤े साऄ विमान में रति लीला
༺═──────────────═༻
• श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ौबीसवाँ ठध्याय[स्ą¤ंध ą„©]
ą¤ą¤Ŗिल देव ą¤ी ą¤ा देवहूति ą¤े ą¤ą¤°्ठसे ą¤ą¤Ø्म लेना
- देवहूति ą¤ो ą¤ą¤Ŗिल देव ą¤ी ą¤ा ą¤ą¤्ति लą¤्षणों ą¤ा वर्णन ą¤ą¤°ą¤Øा।।श्रीमद ą¤ą¤ą¤µą¤¦ पुराण * पą¤्ą¤ीसवाँ ठध्याय *[स्ą¤ंą¤§ą„©]
- श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ą¤¬्बीसवाँ ठध्याय [स्ą¤ंध ą„©]
- श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण सत्ताą¤ą¤øą¤µाँ ठध्याय [स्ą¤ंध ą„©]
- ठą¤्ठाą¤ą¤øą¤µां ठध्याय (ą¤ą¤्ति योठतऄा योą¤ाą¤्यास)
- श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ą¤Ø्तीसवाँ ą¤
ध्याय
(संसार व ą¤ाल प्रą¤ाव ą¤ा वर्णन)
दोą„¦-ą¤ą¤्ति योठą¤े मार्ठसब ą¤ą¤¹े ą¤ą¤Ŗिल समą¤ाय।
ą¤ą¤Ø्तीसवाँ ठध्याय में, वर्णित ą¤िये ą¤ą¤Ŗाय ॥ - ༺═──────────────═༻
(साँą¤्य योą¤्य वर्णन)
दोą„¦--प्रą¤ृति ą¤ą¤°्म वर्णन ą¤िया,ą¤ैसे ą¤ą¤Ŗिल सुनाय।
ą¤ą¤¬्बीसवें ठध्याय में, धर्म ą¤ą¤¹ी समą¤ाय॥
༺═──────────────═༻
(मोą¤्ष रीति ą¤ा पुरुष ą¤ą¤° विवेठद्वारा वर्णन )
दो -ą¤ą¤Ŗिल देव वर्णन ą¤ियो, प्रą¤ृति पुरु से ą¤्ą¤ान।
सो सवैया ठध्याय में, ą¤ą¤¤्तम ą¤ियो बą¤ान ।। ༺═──────────────═༻
- दोą„¦-ą¤िस विधि होता योą¤, साध्य ये ą¤ą¤¤्मą¤्ą¤ान।
सो वर्णन ą¤ीयाą¤øą¤ą¤² ą¤ą¤°ą¤े ą¤øą¤ą¤² प्रमाण ॥
- ༺═──────────────═༻
- श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण तैंतीसवा ą¤
ध्याय * [स्ą¤ंą¤§ą„©]
(देवहूति ą¤ो ą¤ą¤Ŗिल ą¤ी द्वारा ą¤्ą¤ान धन लाठहोना) - माता देवहूति ą¤ा देह त्याą¤।।
- दो.-ą¤ą¤Ŗिल ą¤ियो ą¤ą¤Ŗą¤¦ेश ą¤ो, लियो मुą¤्ति मठपाय।।
तेतीसवें ठध्याय में, वर्णन ą¤ियो सुनाये ।।༺═──────────────═༻
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण [स्ą¤ंध ą„Ŗ]
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤
ध्याय ą„§[स्ą¤ंध ą„Ŗ] प्रą¤ा ą¤ी ą¤ą¤¤्त्पत्ति।।
दो-मनु ą¤ą¤Ø्याą¤ं से हुą¤, ą¤ैसे ą¤ą¤ विस्तार।
सो पहले ą¤
ध्याय में वरणों ą¤ą¤°ित ą¤
पार ॥
प्रियव्रत ą¤ी ą¤ą¤Øą¤® ą¤ą¤„ा।।
यą¤्ą¤ ą¤ą¤ą¤µान ą¤ą¤° माता लą¤्ष्मी ą¤ा वंश वर्णन।।
सप्त ą¤ą¤·ि ą¤े नाम।।
ą¤ौन है सूत ą¤ी? सूत ą¤ी ą¤ा ą¤ą¤Ø्म।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण दूसरा ą¤
ध्याय[स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
दोहा-ą¤ैसे शिव से दą¤्ष ą¤ी, ą¤ą¤Æो ą¤ą¤Æानठद्वेष।
सो द्वितीय ą¤
ध्याय में वर्णन ą¤ą¤°ें विशेष ।।
ą¤्यू ą¤²ą¤ą¤¤े है शिव ą¤े ą¤ą¤्त ą¤ą¤ø्म।। शिą¤µą¤ą¤्तो ą¤ो श्राप।।
ą¤्यूँ दą¤्ष प्रą¤ापति ने देवों ą¤े देव महादेव ą¤ो यą¤्ठमें नही बुलाया।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण तीसरा ą¤
ध्याय [स्ą¤ंध ą„Ŗ]
(सती ą¤ा प्रą¤ापति दą¤्ष ą¤े ą¤ą¤° ą¤ाने ą¤ो ą¤ą¤¹ą¤Øा )
- दोहा-ą¤िस प्रą¤ार शिव से सती, वरą¤ी बारम्बार ।
- सौ तृतीय ą¤
ध्याय में, वरणी ą¤ą¤„ा ą¤ą¤ार ॥
दोहा-ą¤िस प्रą¤ार शिव से सती, वरą¤ी बारम्बार ।
सौ तृतीय ą¤
ध्याय में, वरणी ą¤ą¤„ा ą¤ą¤ार ॥
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ौऄा ą¤
ध्याय [ą¤ą¤¤ुर्ऄ स्ą¤ंध]
(सती ą¤ी ą¤ा दą¤्ष ą¤े यą¤्ठमें देह त्याą¤ ą¤ą¤°ą¤Øा)
दो-निठपति ą¤ा ą¤
पमान ą¤ą¤¬, देą¤ा पितु ą¤े ą¤ेह।
ता ą¤ारण से शिव प्रिया, त्याठदठनिठदेह।।
सती द्वारा, देह त्याठą¤े समय दą¤्ष ą¤ो ą¤ą¤¹े ą¤ą¤Æे ą¤µą¤ą¤Ø
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण *पाँą¤ą¤µाँ ą¤
ध्याय * [स्ą¤ंध ą„Ŗ]
दोहा- ą¤िया दą¤्ष यą¤्ą¤ ą¤ą¤Æ ą¤िमी, वीर रूद्र शिव ą¤ą¤£।
सो पंą¤ą¤® ą¤
ध्याय में, ą¤ą¤„ा ą¤ą¤¹ी समą¤ाय।।
दą¤्ष यą¤्ठविध्वंस।। दą¤्ष वध।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण* ą¤ą¤ą¤µां ą¤
ध्याय [स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
ब्रह्मा सहित सब देवताą¤ं ą¤ो शंą¤ą¤° ą¤ी से प्रą¤ापति दą¤्ष ą¤ो पुनः ą¤ीवित ą¤ą¤°ą¤Øे ą¤ी प्रार्ऄना ą¤ą¤°ą¤Øा
दोहा-देवन ą¤िन्ही प्रार्ऄना, ą¤्यों शिव ą¤ी सों ą¤ą¤Æ।
सों ą¤ą¤्वे ą¤
ध्याय में, ą¤ą¤¹ी ą¤ą¤„ा दर्शाया॥
प्रą¤ापति दą¤्ष ą¤ी ą¤ą¤„ा।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण सातवां ą¤
ध्याय[स्ą¤ंध ą„Ŗ]
(दą¤्ष ą¤ा यą¤्ठविष्णु द्वारा सम्पादन)
दोा-ą¤ैसे दिया विष्णु ने दą¤्ष यą¤्ą¤ ą¤ą¤°ą¤µाą¤।
सो सप्तम ą¤
ध्याय में वर्णी ą¤ą¤„ा बनाय।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण*ą¤ą¤ वां ą¤
ध्याय* [स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ (पार्वती ą¤ी ą¤े रूप में सती ą¤ा ą¤ą¤Ø्म लेना तऄा शिव से विवाह होना) दो.-पार्वती ą¤ą¤¹ै सती ने ली ą¤िमि ą¤
वतार।
सो ą¤
ष्ą¤ą¤® ą¤
ध्याय में वर्णित ą¤ą¤„ा ą¤ą¤ार ।।
श्रीमद ą¤ą¤ą¤µą¤¦ पुराण नवां ą¤
ध्याय [स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
(ध्रुव ą¤ित्र)
दोहा-हरि ą¤ą¤्त ध्रुव ने ą¤ą¤°ी ą¤िस विधि हृदय लą¤ाय।
सो नोवें ą¤
ध्याय में दीनी ą¤ą¤„ा सुनाय ॥
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण दसवां ą¤
ध्याय [स्ą¤ंध ą„Ŗ](ध्रुव ą¤ो हरि दर्शन होना तऄा ą¤
पने राą¤्य ą¤ो प्राप्त होना।दो -हरि दर्शन से ध्रुव लियो, ą¤ैसे शुठवरदान।सौ दसवें ą¤
ध्याय में, ą¤ीनी ą¤ą¤„ा व्ą¤ान।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤्यारहवाँ ą¤
ध्याय [स्ą¤ंध ą„Ŗ]
(ध्रुव ą¤ा राą¤्य त्याą¤ ą¤ą¤° तप ą¤ो ą¤ाना)
दोहा-ą¤्यारहवें ą¤
ध्याय में ध्रुव ने ą¤ą¤¤ą¤Ø बनाय।
राą¤्य दिया निठपुत्र ą¤ो, वन में पहुँą¤े ą¤ाय ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण बारहवां ą¤
ध्याय[स्ą¤ंध ą„Ŗ]
(ध्रुव ą¤ी ą¤ा विष्णु धाम ą¤ाना)
दोą„¦-ą¤िमि तप बल ध्रुव ने ą¤ियो विष्णु धाम ą¤ो ą¤ाय।
बारहवें ą¤
ध्याय में ą¤ą¤„ा ą¤ą¤¹ी मन लाय ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण * तेरहवां ą¤
ध्याय * स्ą¤ंध[ą„Ŗ]
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤
ध्याय ą„§ą„© स्ą¤ंध[ą„Ŗ]। राą¤ा पृऄू ą¤ा ą¤ą¤Øą¤®।।
दो: ध्रुव नृप ą¤े वंą¤¶ą¤ ą¤ą¤Æे,ą¤
ंठनाम ą¤ूपाल।
तेरहवें ą¤
ध्याय में,ą¤ą¤¹ें ą¤ą¤Ø्ही ą¤ा हाल।
श्रीमद ą¤ą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ौदहवाँ ą¤
ध्याय[स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
(वेणु ą¤ा राą¤्याą¤िषेठ)
दोहा- ą¤
ंठसुमन ą¤िमि वेनु ą¤ो, राą¤्य मिला ą¤्यों ą¤ą¤Æ।
ą¤ौदहवें ą¤
ध्याय में, दिया वृतांत वताय ।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण पन्द्रहवां ą¤
ध्याय [स्ą¤ंध ą„Ŗ]
(पृऄु ą¤ा ą¤ą¤Ø्म ą¤ą¤µं राą¤्याą¤िषेठ)
दोą„¦-वेणु वन्श हित ą¤ुठमऄी, मिलि ą¤ुलि सब मुनिराą¤।
पृऄु प्ą¤°ą¤ą¤ित तासों ą¤ą¤Æे, हर्षित ą¤ą¤Æो समाą¤।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण * सोलहवां ą¤
ध्याय *[स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
(पृऄु ą¤ा सूत ą¤ą¤£ द्वारा सतवन)
दोहा- ą¤ीयौ सूत ą¤ą¤£ ने सą¤ी, पृऄु ą¤ी सुयश बą¤ान।
सोलहवें ą¤
ध्याय में, सो सब ą¤ियो निदान।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण सत्रहवां ą¤
ध्याय [स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
(पृऄु ą¤ा पृऄ्वी दोहने ą¤ा ą¤ą¤¦्योą¤)
दोहा-ą¤िमि पृऄ्वी दोहन ą¤ियो, नृप पृऄु ने ą¤ą¤¦्योą¤।
सत्रहवें ą¤
ध्याय में वर्णन ą¤िया योą¤।
श्रीमद ą¤ą¤ą¤µą¤¦ पुराण * ą¤
ठारहवाँ ą¤
ध्याय * [स्ą¤ंध ą„Ŗ]
( ą¤ामधेनु रूपी पृऄ्वी ą¤ा दोहना)
दोहा-ą¤िस प्रą¤ार पृऄु ने दुही, पृऄ्वी रूपी ą¤ाय।
ą¤
ष्ą¤ą¤® दस ą¤
ध्याय में, ą¤ą¤¹ी ą¤ą¤„ा समą¤ाय॥
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण *ą¤ą¤Ø्नीसवां ą¤
ध्याय* [स्ą¤ंध ą„Ŗ]
ą¤्यू राą¤ा पृऄू ने सौवाँ यą¤्ठसंपन्न नही ą¤िया
( पृऄु ą¤ा ą¤ą¤Ø्द्र ą¤ो मारने ą¤ो ą¤ą¤¦्यत होना तब बृह्माą¤ी द्वारा निवाą¤्ण ą¤ą¤°ą¤Øा )
दोą„¦-ą¤
श्व हरण ą¤ियो ą¤ą¤Ø्द्र ने, पृऄु ą¤ी यą¤्ठसों ą¤ą¤Æ।
सो वर्णन ą¤ीयो ą¤øą¤ą¤², ą¤ą¤Ø्नीसवें ą¤
ध्याय ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण बीसवां ą¤
ध्याय [स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
(विष्णु द्वारा पृऄु ą¤ो ą¤ą¤Ŗą¤¦ेश मिलना)
दोहा-पृऄु ą¤ो ą¤्यों श्री विष्णु ने, ą¤िया सुą¤²ą¤ ą¤ą¤Ŗą¤¦ेश।
सो बीसवें ą¤
ध्याय में, वर्णन ą¤ियो विशेष ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤
ध्याय ą„Øą„§ [स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
(पृऄु ą¤ा ą¤
नुशासन वर्णन)
दोहा-ą¤िमि पृऄु हित प्रą¤ा ą¤ą¤Ø, ą¤ियी ą¤ą¤Ŗą¤¦ेश महान।
ą¤ą¤्ą¤ीसवें ą¤
ध्याय में, दियौ संपूर्ण बą¤ान।।
श्रीमद ą¤ą¤ą¤µą¤¦ पुराण * बाą¤ą¤øą¤µाँ ą¤
ध्याय *[स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
( सनą¤ादिठą¤ा पृऄु ą¤ो ą¤ą¤Ŗą¤¦ेश )
दोहा-सनą¤ादिą¤ ą¤ą¤Ŗą¤¦ेश ą¤्यों, दौयों पपु ą¤ो ą¤ą¤Æ।
सो सब वर्णन है ą¤ियो, बाą¤ą¤øą¤µें ą¤
ध्याय ।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण तेą¤ą¤øą¤µां ą¤
ध्याय [स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
(पृऄु ą¤ा विष्णु लोą¤ ą¤ą¤®ą¤Ø)
दो-ą¤्यों पतिनी युत नृप पृऄु, लो समाधि बन ą¤ाय।
सो सब ये वर्णन ą¤ियो, तेą¤ą¤øą¤µें ą¤
ध्याय ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ौबीसवां ą¤
ध्याय [स्ą¤ंध ą„Ŗ]
। रुद्र ą¤ą¤¤ ą¤ą¤„ा ।
दोहा-ą¤ą¤Æे प्रą¤ेता तप ą¤ą¤°ą¤Ø, पितु ą¤ą¤्ą¤ा शिरधार।
ą¤ौबीसवें ą¤
ध्याय में, ą¤ą¤„ा ą¤ą¤¹ी युत सार।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण * पą¤्ą¤ीसवां ą¤
ध्याय *[स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
(ą¤ीव ą¤ा विविधि संसार वृतांत)
ą¤िमि विधि होवे संसार यह वृतांत।
पą¤्ą¤ीसवें ą¤
ध्याय में वर्णी ą¤ą¤„ा सुą¤ांत।।
श्रीमद ą¤ą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ą¤¬्बीसवाँ ą¤
ध्याय [स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
(पुर बन ą¤े मृą¤ą¤Æाą¤्ą¤ą¤² ą¤े स्वरूप ą¤ą¤° ą¤ाą¤ą¤°ą¤£ा वस्ऄा ą¤ą¤„न द्वारा संसार वर्णन )
दोहा- स्वप्न ą¤
ौर ą¤ाą¤ृत समय सन्मति पावहि त्याą¤।
विविधियोनि वर्णन ą¤ियो, ą¤ą¤„ा पूर्ण ą¤
नुराठ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण* सत्ताą¤ą¤øą¤µां ą¤
ध्याय *[स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
(पुरंą¤ą¤Ø ą¤ा ą¤ą¤¤्म विस्मरण)
दोą„¦-स्त्री ą¤े वश फंस विपत्ति, पाठą¤्यों ą¤
धिą¤ाय।
सो सब यहि वर्णन ą¤ियौ, सत्ताą¤ą¤ø ą¤
ध्याय।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤
ध्याय ą„Øą„® [स्ą¤ंध ą„Ŗ]
( पुरंą¤ą¤Ø ą¤ा स्त्रीत्व ą¤ो प्राप्त होना तऄा ą¤्ą¤ानोदय में सुą¤्ति लाą¤)
दोहा-ą¤ą¤Æे पुरंą¤ą¤Ø नारि तब, नारि मोह वश ą¤ą¤Æ ।
सो वर्णित ą¤ीनी ą¤ą¤„ा, ą¤
ą¤्ठाą¤ą¤ø ą¤
ध्याय ।।
ą¤ą¤े साधे सब सधे।
सब साधे, सब ą¤ाये।।
बुद्धि।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ą¤Ø्तीसवां ą¤
ध्याय [स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
(ą¤ą¤Ŗą¤°ोą¤्त ą¤ą¤„न ą¤ी व्याą¤्या )
नारद ą¤ी द्वारा ą¤ą¤Øą¤® से मृत्यु ą¤े ą¤ą¤Ŗą¤°ांत ą¤ा पूर्ण ą¤्ą¤ान।।
ą¤ą¤Ø्तीसवें ą¤
ध्याय में, समुą¤ित ą¤िया निदान ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण तीसवाँ ą¤
ध्याय [ą¤ą¤¤ुर्ऄ स्ą¤ंध]
(राą¤ा प्राą¤ीन वहिठपुत्रों ą¤ो विष्णु ą¤ą¤ą¤µान ą¤ा वर प्राप्त होना)
दोहा-ą¤ियो प्रą¤ेतन तप ą¤
मित, विष्णु दियो वरदान ।
सो तीसवें ą¤
ध्याय में, समुą¤ित ą¤ियो बą¤ान ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ą¤ą¤¤्तीसवां ą¤
ध्याय[स्ą¤ंध ą„Ŗ] (प्रą¤ेताą¤ं ą¤ा ą¤ą¤°ित्र दर्शन )
दोहा- राą¤्य प्रą¤ेता ą¤ą¤£ ą¤ियौ, प्ą¤°ą¤ą¤े दą¤्ष ą¤ुमार।
ą¤ą¤ą¤¤्तिसवें ą¤
ध्याय में, ą¤ą¤¹ी ą¤ą¤„ा सुą¤
༺═──────────────═༻༺═──────────────═༻_人人人人人人स्ą¤ंध समाप्त_äŗŗäŗŗäŗŗäŗŗäŗŗäŗŗ_
दो-मनु ą¤ą¤Ø्याą¤ं से हुą¤, ą¤ैसे ą¤ą¤ विस्तार।
सो पहले ठध्याय में वरणों ą¤ą¤°ित ठपार ॥
प्रियव्रत ą¤ी ą¤ą¤Øą¤® ą¤ą¤„ा।।
यą¤्ą¤ ą¤ą¤ą¤µान ą¤ą¤° माता लą¤्ष्मी ą¤ा वंश वर्णन।।
सप्त ą¤ą¤·ि ą¤े नाम।।
ą¤ौन है सूत ą¤ी? सूत ą¤ी ą¤ा ą¤ą¤Ø्म।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण दूसरा ठध्याय[स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
दोहा-ą¤ैसे शिव से दą¤्ष ą¤ी, ą¤ą¤Æो ą¤ą¤Æानठद्वेष।
सो द्वितीय ठध्याय में वर्णन ą¤ą¤°ें विशेष ।।
ą¤्यू ą¤²ą¤ą¤¤े है शिव ą¤े ą¤ą¤्त ą¤ą¤ø्म।। शिą¤µą¤ą¤्तो ą¤ो श्राप।।
ą¤्यूँ दą¤्ष प्रą¤ापति ने देवों ą¤े देव महादेव ą¤ो यą¤्ठमें नही बुलाया।।
(सती ą¤ा प्रą¤ापति दą¤्ष ą¤े ą¤ą¤° ą¤ाने ą¤ो ą¤ą¤¹ą¤Øा )
- दोहा-ą¤िस प्रą¤ार शिव से सती, वरą¤ी बारम्बार ।
- सौ तृतीय ठध्याय में, वरणी ą¤ą¤„ा ą¤ą¤ार ॥
सौ तृतीय ठध्याय में, वरणी ą¤ą¤„ा ą¤ą¤ार ॥
(सती ą¤ी ą¤ा दą¤्ष ą¤े यą¤्ठमें देह त्याą¤ ą¤ą¤°ą¤Øा)
दो-निठपति ą¤ा ठपमान ą¤ą¤¬, देą¤ा पितु ą¤े ą¤ेह।
ता ą¤ारण से शिव प्रिया, त्याठदठनिठदेह।।
सती द्वारा, देह त्याठą¤े समय दą¤्ष ą¤ो ą¤ą¤¹े ą¤ą¤Æे ą¤µą¤ą¤Ø
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण *पाँą¤ą¤µाँ ठध्याय * [स्ą¤ंध ą„Ŗ]
दोहा- ą¤िया दą¤्ष यą¤्ą¤ ą¤ą¤Æ ą¤िमी, वीर रूद्र शिव ą¤ą¤£।
सो पंą¤ą¤® ठध्याय में, ą¤ą¤„ा ą¤ą¤¹ी समą¤ाय।।
दą¤्ष यą¤्ठविध्वंस।। दą¤्ष वध।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण* ą¤ą¤ą¤µां ठध्याय [स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
ब्रह्मा सहित सब देवताą¤ं ą¤ो शंą¤ą¤° ą¤ी से प्रą¤ापति दą¤्ष ą¤ो पुनः ą¤ीवित ą¤ą¤°ą¤Øे ą¤ी प्रार्ऄना ą¤ą¤°ą¤Øा
दोहा-देवन ą¤िन्ही प्रार्ऄना, ą¤्यों शिव ą¤ी सों ą¤ą¤Æ।
सों ą¤ą¤्वे ठध्याय में, ą¤ą¤¹ी ą¤ą¤„ा दर्शाया॥
प्रą¤ापति दą¤्ष ą¤ी ą¤ą¤„ा।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण सातवां ठध्याय[स्ą¤ंध ą„Ŗ]
(दą¤्ष ą¤ा यą¤्ठविष्णु द्वारा सम्पादन)
दोा-ą¤ैसे दिया विष्णु ने दą¤्ष यą¤्ą¤ ą¤ą¤°ą¤µाą¤।
सो सप्तम ठध्याय में वर्णी ą¤ą¤„ा बनाय।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण*ą¤ą¤ वां ठध्याय* [स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ (पार्वती ą¤ी ą¤े रूप में सती ą¤ा ą¤ą¤Ø्म लेना तऄा शिव से विवाह होना) दो.-पार्वती ą¤ą¤¹ै सती ने ली ą¤िमि ठवतार।
सो ठष्ą¤ą¤® ठध्याय में वर्णित ą¤ą¤„ा ą¤ą¤ार ।।
श्रीमद ą¤ą¤ą¤µą¤¦ पुराण नवां ठध्याय [स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
(ध्रुव ą¤ित्र)
दोहा-हरि ą¤ą¤्त ध्रुव ने ą¤ą¤°ी ą¤िस विधि हृदय लą¤ाय।
सो नोवें ठध्याय में दीनी ą¤ą¤„ा सुनाय ॥
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण दसवां ठध्याय [स्ą¤ंध ą„Ŗ](ध्रुव ą¤ो हरि दर्शन होना तऄा ठपने राą¤्य ą¤ो प्राप्त होना।दो -हरि दर्शन से ध्रुव लियो, ą¤ैसे शुठवरदान।सौ दसवें ठध्याय में, ą¤ीनी ą¤ą¤„ा व्ą¤ान।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤्यारहवाँ ठध्याय [स्ą¤ंध ą„Ŗ]
(ध्रुव ą¤ा राą¤्य त्याą¤ ą¤ą¤° तप ą¤ो ą¤ाना)
दोहा-ą¤्यारहवें ठध्याय में ध्रुव ने ą¤ą¤¤ą¤Ø बनाय।
राą¤्य दिया निठपुत्र ą¤ो, वन में पहुँą¤े ą¤ाय ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण बारहवां ठध्याय[स्ą¤ंध ą„Ŗ]
(ध्रुव ą¤ी ą¤ा विष्णु धाम ą¤ाना)
दोą„¦-ą¤िमि तप बल ध्रुव ने ą¤ियो विष्णु धाम ą¤ो ą¤ाय।
बारहवें ठध्याय में ą¤ą¤„ा ą¤ą¤¹ी मन लाय ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण * तेरहवां ठध्याय * स्ą¤ंध[ą„Ŗ]
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ठध्याय ą„§ą„© स्ą¤ंध[ą„Ŗ]। राą¤ा पृऄू ą¤ा ą¤ą¤Øą¤®।।
दो: ध्रुव नृप ą¤े वंą¤¶ą¤ ą¤ą¤Æे,ठंठनाम ą¤ूपाल।
तेरहवें ठध्याय में,ą¤ą¤¹ें ą¤ą¤Ø्ही ą¤ा हाल।
श्रीमद ą¤ą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ौदहवाँ ठध्याय[स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
(वेणु ą¤ा राą¤्याą¤िषेठ)
दोहा- ठंठसुमन ą¤िमि वेनु ą¤ो, राą¤्य मिला ą¤्यों ą¤ą¤Æ।
ą¤ौदहवें ठध्याय में, दिया वृतांत वताय ।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण पन्द्रहवां ठध्याय [स्ą¤ंध ą„Ŗ]
(पृऄु ą¤ा ą¤ą¤Ø्म ą¤ą¤µं राą¤्याą¤िषेठ)
दोą„¦-वेणु वन्श हित ą¤ुठमऄी, मिलि ą¤ुलि सब मुनिराą¤।
पृऄु प्ą¤°ą¤ą¤ित तासों ą¤ą¤Æे, हर्षित ą¤ą¤Æो समाą¤।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण * सोलहवां ठध्याय *[स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
(पृऄु ą¤ा सूत ą¤ą¤£ द्वारा सतवन)
दोहा- ą¤ीयौ सूत ą¤ą¤£ ने सą¤ी, पृऄु ą¤ी सुयश बą¤ान।
सोलहवें ठध्याय में, सो सब ą¤ियो निदान।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण सत्रहवां ठध्याय [स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
(पृऄु ą¤ा पृऄ्वी दोहने ą¤ा ą¤ą¤¦्योą¤)
दोहा-ą¤िमि पृऄ्वी दोहन ą¤ियो, नृप पृऄु ने ą¤ą¤¦्योą¤।
सत्रहवें ठध्याय में वर्णन ą¤िया योą¤।
श्रीमद ą¤ą¤ą¤µą¤¦ पुराण * ठठारहवाँ ठध्याय * [स्ą¤ंध ą„Ŗ]
( ą¤ामधेनु रूपी पृऄ्वी ą¤ा दोहना)
दोहा-ą¤िस प्रą¤ार पृऄु ने दुही, पृऄ्वी रूपी ą¤ाय।
ठष्ą¤ą¤® दस ठध्याय में, ą¤ą¤¹ी ą¤ą¤„ा समą¤ाय॥
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण *ą¤ą¤Ø्नीसवां ठध्याय* [स्ą¤ंध ą„Ŗ]
ą¤्यू राą¤ा पृऄू ने सौवाँ यą¤्ठसंपन्न नही ą¤िया
( पृऄु ą¤ा ą¤ą¤Ø्द्र ą¤ो मारने ą¤ो ą¤ą¤¦्यत होना तब बृह्माą¤ी द्वारा निवाą¤्ण ą¤ą¤°ą¤Øा )
दोą„¦-ठश्व हरण ą¤ियो ą¤ą¤Ø्द्र ने, पृऄु ą¤ी यą¤्ठसों ą¤ą¤Æ।
सो वर्णन ą¤ीयो ą¤øą¤ą¤², ą¤ą¤Ø्नीसवें ठध्याय ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण बीसवां ठध्याय [स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
(विष्णु द्वारा पृऄु ą¤ो ą¤ą¤Ŗą¤¦ेश मिलना)
दोहा-पृऄु ą¤ो ą¤्यों श्री विष्णु ने, ą¤िया सुą¤²ą¤ ą¤ą¤Ŗą¤¦ेश।
सो बीसवें ठध्याय में, वर्णन ą¤ियो विशेष ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ठध्याय ą„Øą„§ [स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
(पृऄु ą¤ा ठनुशासन वर्णन)
दोहा-ą¤िमि पृऄु हित प्रą¤ा ą¤ą¤Ø, ą¤ियी ą¤ą¤Ŗą¤¦ेश महान।
ą¤ą¤्ą¤ीसवें ठध्याय में, दियौ संपूर्ण बą¤ान।।
श्रीमद ą¤ą¤ą¤µą¤¦ पुराण * बाą¤ą¤øą¤µाँ ठध्याय *[स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
( सनą¤ादिठą¤ा पृऄु ą¤ो ą¤ą¤Ŗą¤¦ेश )
दोहा-सनą¤ादिą¤ ą¤ą¤Ŗą¤¦ेश ą¤्यों, दौयों पपु ą¤ो ą¤ą¤Æ।
सो सब वर्णन है ą¤ियो, बाą¤ą¤øą¤µें ठध्याय ।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण तेą¤ą¤øą¤µां ठध्याय [स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
(पृऄु ą¤ा विष्णु लोą¤ ą¤ą¤®ą¤Ø)
दो-ą¤्यों पतिनी युत नृप पृऄु, लो समाधि बन ą¤ाय।
सो सब ये वर्णन ą¤ियो, तेą¤ą¤øą¤µें ठध्याय ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ौबीसवां ठध्याय [स्ą¤ंध ą„Ŗ]
। रुद्र ą¤ą¤¤ ą¤ą¤„ा ।
दोहा-ą¤ą¤Æे प्रą¤ेता तप ą¤ą¤°ą¤Ø, पितु ą¤ą¤्ą¤ा शिरधार।
ą¤ौबीसवें ठध्याय में, ą¤ą¤„ा ą¤ą¤¹ी युत सार।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण * पą¤्ą¤ीसवां ठध्याय *[स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
(ą¤ीव ą¤ा विविधि संसार वृतांत)
ą¤िमि विधि होवे संसार यह वृतांत।
पą¤्ą¤ीसवें ठध्याय में वर्णी ą¤ą¤„ा सुą¤ांत।।
श्रीमद ą¤ą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ą¤¬्बीसवाँ ठध्याय [स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
(पुर बन ą¤े मृą¤ą¤Æाą¤्ą¤ą¤² ą¤े स्वरूप ą¤ą¤° ą¤ाą¤ą¤°ą¤£ा वस्ऄा ą¤ą¤„न द्वारा संसार वर्णन )
दोहा- स्वप्न ठौर ą¤ाą¤ृत समय सन्मति पावहि त्याą¤।
विविधियोनि वर्णन ą¤ियो, ą¤ą¤„ा पूर्ण ठनुराठ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण* सत्ताą¤ą¤øą¤µां ठध्याय *[स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
(पुरंą¤ą¤Ø ą¤ा ą¤ą¤¤्म विस्मरण)
दोą„¦-स्त्री ą¤े वश फंस विपत्ति, पाठą¤्यों ठधिą¤ाय।
सो सब यहि वर्णन ą¤ियौ, सत्ताą¤ą¤ø ठध्याय।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ठध्याय ą„Øą„® [स्ą¤ंध ą„Ŗ]
( पुरंą¤ą¤Ø ą¤ा स्त्रीत्व ą¤ो प्राप्त होना तऄा ą¤्ą¤ानोदय में सुą¤्ति लाą¤)
दोहा-ą¤ą¤Æे पुरंą¤ą¤Ø नारि तब, नारि मोह वश ą¤ą¤Æ ।
सो वर्णित ą¤ीनी ą¤ą¤„ा, ठą¤्ठाą¤ą¤ø ठध्याय ।।
ą¤ą¤े साधे सब सधे।
सब साधे, सब ą¤ाये।।
बुद्धि।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ą¤Ø्तीसवां ठध्याय [स्ą¤ंą¤§ą„Ŗ]
(ą¤ą¤Ŗą¤°ोą¤्त ą¤ą¤„न ą¤ी व्याą¤्या )
नारद ą¤ी द्वारा ą¤ą¤Øą¤® से मृत्यु ą¤े ą¤ą¤Ŗą¤°ांत ą¤ा पूर्ण ą¤्ą¤ान।।
ą¤ą¤Ø्तीसवें ठध्याय में, समुą¤ित ą¤िया निदान ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण तीसवाँ ठध्याय [ą¤ą¤¤ुर्ऄ स्ą¤ंध]
(राą¤ा प्राą¤ीन वहिठपुत्रों ą¤ो विष्णु ą¤ą¤ą¤µान ą¤ा वर प्राप्त होना)
दोहा-ą¤ियो प्रą¤ेतन तप ठमित, विष्णु दियो वरदान ।
सो तीसवें ठध्याय में, समुą¤ित ą¤ियो बą¤ान ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ą¤ą¤¤्तीसवां ठध्याय[स्ą¤ंध ą„Ŗ] (प्रą¤ेताą¤ं ą¤ा ą¤ą¤°ित्र दर्शन )
दोहा- राą¤्य प्रą¤ेता ą¤ą¤£ ą¤ियौ, प्ą¤°ą¤ą¤े दą¤्ष ą¤ुमार।
ą¤ą¤ą¤¤्तिसवें ठध्याय में, ą¤ą¤¹ी ą¤ą¤„ा सुą¤
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण [स्ą¤ंध ą„«]
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण * प्रऄम ą¤
ध्याय* [स्ą¤ंą¤§ą„«]
(प्रियव्रत ą¤ą¤°ित्र वर्णन)
दो ą„¦- नूपति ą¤ą¤Æे प्रियवृत ą¤िमि, ą¤्ą¤ान लियी ą¤िमि पाय।
सो वृतांत वर्णन ą¤ियौ, या पहिले ą¤
ध्याय ।श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण दूसरा ą¤
ध्याय [स्ą¤ंध ą„«]
( ą¤
ą¤्नीध्र ą¤ą¤°ित्र)
दोहा-सव ą¤
ą¤्नीध ą¤ा, ą¤ाषा ą¤ą¤°ą¤¦ू ą¤ाय।
या द्वितीय ą¤
ध्याय में, श्रवण ą¤ą¤°ी मन लाय।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण * तीसरा ą¤
ध्याय *[स्ą¤ंध ą„«] ą¤ą¤·ą¤ देव ą¤
वतार
( नाą¤ि ą¤ा ą¤ą¤°ित्र वर्णन )
दोहा-ą¤ą¤·ą¤ यą¤्ठप्ą¤°ą¤ą¤ित ą¤ą¤Æे, यą¤्ą¤ą¤°ूप ą¤
वार।
सो तीसरे ą¤
ध्याय में, ą¤ą¤¹ी ą¤ą¤„ा सुठसार ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण * ą¤ौऄा ą¤
ध्याय *[स्ą¤ंध ą„«] ( ą¤ą¤·ą¤ देव ą¤ा ą¤ą¤°ित्र वर्णन )
दोहा-ą¤ą¤·ą¤ देव ą¤
वतार ą¤ą¤Æे, ą¤ą¤¹ूँ ą¤ą¤„ा समą¤ाय।
या ą¤ौऄे ą¤
ध्याय में, ą¤ą¤¹ें शुą¤ą¤¦ेव सुनाय ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण * पाँą¤ą¤µाँ ą¤
ध्याय * [स्ą¤ंą¤§ą„«]
( ą¤ą¤·ą¤ देवą¤ी ą¤ा ą¤ą¤Ŗą¤¦ेश ą¤ą¤°ą¤Øा )
दोहा-ą¤ą¤·ą¤ देव निठą¤ात ą¤िमि, दठसीठसुठदाय।
मोą¤्ष मार्ठवर्णन ą¤ियो, या पंą¤ą¤® ą¤
ध्याय ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण * ą¤ą¤ą¤µां ą¤
ध्याय * [स्ą¤ंध ą„«]
श्री ą¤ą¤Ŗą¤®ą¤¦ेव ą¤ी ą¤ा देह त्याą¤ ą¤ą¤°ą¤Øा)
दोą„¦-देह त्याठą¤ियो ą¤ą¤·ą¤, ą¤िमि ą¤
ंतिम ą¤ą¤Æे ą¤ार।
सो ą¤ą¤ą¤µें ą¤
ध्याय में, बरनी ą¤ą¤„ा ą¤ą¤ार ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण* सातवां ą¤
ध्याय *[स्ą¤ंध ą„«]
(ą¤ą¤°ą¤¤ ą¤ी ą¤ा ą¤ą¤°ित्र वर्णन )
दोą„¦ ą¤ą¤°ą¤¤ राą¤्य ą¤ा विधि ą¤ियो। हरि सौं प्रेम बऔ़ाय।
सो सप्तम ą¤
ध्याय में, ą¤ą¤¹ी ą¤ą¤„ा दर्शाय ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण *ą¤ą¤ वां ą¤
ध्याय *[स्ą¤ंą¤§ą„«]
(ą¤ą¤°ą¤¤ ą¤ो मृą¤ą¤¤्व)
दोहा-मृठशिशु पाल प्रेम मय प्रą¤ुहि ą¤ą¤्ति विसराय॥
सो ą¤ą¤ वें ą¤
ध्याय में ą¤ą¤°ą¤¤ मये मृą¤ ą¤ą¤Æ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण * नौवां ą¤
ध्याय *[स्ą¤ंध ą„«]
(ą¤ą¤°ą¤¤ ą¤ा विप्र ą¤ą¤Ø्म लेना)
दोहा-या नवमे ą¤
ध्याय में, ą¤ą¤Æे ą¤ą¤°ą¤¤ ą¤ą¤”़ रूप।
सो ą¤ą¤Øą¤ी सारी ą¤ą¤„ा, वर्णन ą¤ą¤°ी ą¤
नूप ॥
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण * दसवां ą¤
ध्याय *[स्ą¤ंध ą„«]
(ą¤ą¤”़ ą¤ą¤°ą¤¤ ą¤ą¤° रहूą¤ą¤£ ą¤ा संवाद)
दोहा-सेą¤µą¤ ą¤Ŗą¤ą¤”़े ą¤ą¤”़ ą¤ą¤°ą¤¤, दिये सुठपाल लą¤ाय ।
सो दसवें ą¤
ध्याय में, ą¤ą¤¹ą¤Æौ संवाद सुनाय ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤्यारहवां ą¤
ध्याय [स्ą¤ंध ą„«]
(ą¤ą¤”़ ą¤ą¤°ą¤¤ ą¤ा निर्मल ą¤ą¤Ŗą¤¦ेश)
दोहा-दियो रहूą¤ą¤£ ą¤ो ą¤ą¤°ą¤¤, ą¤िस प्रą¤ार ą¤ą¤Ŗą¤¦ेस।
सो ą¤्यारह ą¤
ध्याय में, वर्णन ą¤ियौ विशेष ॥
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण बारहवां ą¤
ध्याय [स्ą¤ंध ą„«]
(राą¤ा रहूą¤ą¤£ ą¤ा संदेह ą¤ंą¤ą¤Ø )
दोहा - शंसय ą¤ियो ą¤
नेठविधि, रहुą¤ą¤£ ą¤ूप ą¤
नेą¤।
बारहवें ą¤
ध्याय में, मैंą¤े सहित विवेठ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ॥तेरहवां ą¤
ध्याय॥ स्ą¤ंą¤§ą„«
(ą¤ą¤Æावą¤ो वर्णन)
होą„¦-ą¤ą¤¤्म ą¤्ą¤ान ą¤ą¤Ŗą¤¦ेश ą¤िमि' ą¤ą¤¹ą¤Æो ą¤ą¤°ą¤¤ समą¤ाय।
तेरहवें ą¤
ध्याय में, ą¤ą¤„ा ą¤ą¤¹ी दर्शाय ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ौदहवां ą¤
ध्याय [स्ą¤ंध ą„«]
(ą¤ą¤µावą¤ी ą¤ी प्रą¤ृति ą¤
र्ऄ वर्णन)
दोą„¦-रूपठधरि ą¤ą¤¹ि ą¤ą¤”़ ą¤ą¤°ą¤¤, राą¤ा दियौ समą¤ाय।
ą¤िन्न ą¤िन्न ą¤ą¤° सब ą¤ą¤¹ą¤Æौ, ą¤ौदहवें ą¤
ध्याय ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पूराण सोलहवां ą¤
ध्याय [स्ą¤ंą¤§ą„«]
(ą¤ुवन ą¤ोष वर्णन) ą¤ą¤²ावृत ą¤ंऔ
दोहाą„¦-ą¤ुवन ą¤ोस वर्णन ą¤ियो, श्री शुą¤ą¤¦ेव सुनाय।
सुनत परीą¤्षित ą¤ूप ą¤िम सोलहवें ą¤
ध्याय॥
ą¤ंą¤ा ą¤ी ą¤ा विस्तार वर्णन।। ą¤ą¤ą¤µाद्पदी- श्री ą¤ंą¤ा ą¤ी।
श्रीमद ą¤ą¤ą¤µą¤¦ पुराण *सत्रहवां ą¤
ध्याय*[स्ą¤ंध ą„«]
दोहा: ą¤ą¤¹ą¤Æो ą¤ंठविस्तार सब, विधि पूर्वठदर्शाय।
संą¤ą¤°्षण ą¤ा स्तबन ą¤ियो रुद्र हर्षाय।।
ą¤
ष्ą¤ą¤® दस ą¤
ध्याय में, ą¤ीरति ą¤ą¤¹ी बनाय।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ą¤Ø्नीसवाँ ą¤
ध्याय * स्ą¤ंą¤§ą„«ą¤ारत वर्ष ą¤ा श्रेष्ą¤ą¤¤्व वर्णनदो: हो ą¤ारत देश महान है, ą¤ą¤¹ुँ ą¤øą¤ą¤² प्रस्तार।या ą¤ą¤Ø्नाव ą¤
ध्याय में, वर्णित ą¤ियौ विą¤ार।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ą¤्ą¤ीसवां ą¤
ध्याय [स्ą¤ंध ą„«]
राशि संą¤ार द्वारा लोठयात्रा निरूपण
दोहा-सूर्य ą¤ą¤Ø्द्र ą¤ी ą¤ाल से, होवे दिन ą¤ą¤° रात।
सो ą¤ą¤्ą¤ीस ą¤
ध्याय विą¤, लिą¤ी लोठą¤ी बात ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण बाą¤ą¤øą¤µां ą¤
ध्याय [स्ą¤ंध ą„«](ą¤ंद्र तऄा शुą¤्र ą¤ą¤¦ि नą¤्षत्रों ą¤ą¤µं ą¤्रहों ą¤ा वर्णन)
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ą¤्ą¤ीसवां ठध्याय [स्ą¤ंध ą„«]
राशि संą¤ार द्वारा लोठयात्रा निरूपण
दोहा-सूर्य ą¤ą¤Ø्द्र ą¤ी ą¤ाल से, होवे दिन ą¤ą¤° रात।
सो ą¤ą¤्ą¤ीस ठध्याय विą¤, लिą¤ी लोठą¤ी बात ।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण बाą¤ą¤øą¤µां ठध्याय [स्ą¤ंध ą„«](ą¤ंद्र तऄा शुą¤्र ą¤ą¤¦ि नą¤्षत्रों ą¤ą¤µं ą¤्रहों ą¤ा वर्णन)
स्ą¤ą¤Ø्ध ą„¬
प्रऄम ą¤
ध्याय
(ą¤
ą¤ामिल ą¤ी मोą¤्ष वर्णन विषय)
दोą„¦- विष्णु पार्षद ą¤ą¤Æą¤, लिये यम दूत दबाय |
दुष्ठą¤
ą¤ामिल ą¤ो लियौ, प्रऄम ą¤
ध्याय ą¤ुą„ाय ||
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण दूसरा ą¤
ध्याय [स्ą¤ंą¤§ą„¬]
(विष्णु पार्षद ą¤ą¤„न)
दोहाą„¦ या दूą¤े ą¤
ध्याय में, ą¤ą¤¹ीं ą¤ą¤„ा सुठसार।
नारायण ą¤ो नाम ले, ą¤ą¤Æौ ą¤
नामिल पार॥
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण तीसरा ą¤
ध्याय [स्ą¤ंध ą„¬](वैष्णव धर्म ą¤ा वर्णन)दो. विष्णु महातम सारयम, निठदूतों ą¤ो समą¤ाय।सो वर्णन ą¤ीनी ą¤øą¤ą¤², या तृतीय ą¤
ध्याय ॥
नवीन सुठसाą¤ą¤° श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ौऄा ą¤
ध्याय [स्ą¤ंध ą„¬]( दą¤्ष द्वारा हंस ą¤ुहा ą¤े स्तवन द्वारा हरि ą¤ी ą¤ą¤°ाधना )दोą„¦-दą¤्ष तपस्या ą¤
ति ą¤ą¤°ी, ą¤ą¤°ą¤Ø प्रą¤ा ą¤ą¤¤्पन्न।सो ą¤ौऄे ą¤
ध्याय में ą¤ą¤¹ी ą¤ą¤„ा सम्पन्न॥
नवीन सुठसाą¤ą¤°
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤्यारहवाँ ą¤
ध्याय [स्ą¤ंध ą„¬]
(वृतासुर ą¤ा ą¤ą¤°ित्र वर्णन)
दोą„¦ą„¦ą¤µृतासुर ने ą¤ą¤्तिमय, सुन्दर वरणों ą¤्ą¤ान।
ą¤्यारहवें ą¤
ध्याय में, ताą¤ौ ą¤ियो बą¤ान।।
ą¤
सुर वृत्तासुर ą¤ा देव ą¤ाव ą¤ो प्राप्त होना।।
नवीन सुठसाą¤ą¤°
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ौदहवाँ ą¤
ध्याय [स्ą¤ंध ą„¬]
(ą¤ित्रą¤ेतु ą¤ą¤°ित्र वर्णन)
दोą„¦- ą¤िरą¤ेतु ą¤े ą¤ą¤°ित्र ą¤ो वर्णन ą¤ियौ सुनाये।
ą¤ाą¤्यो शुठसंपूर्ण यश ą¤ौदहवे ą¤
ध्यायः॥
नवीन सुठसाą¤ą¤°
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण पन्द्रहवाँ ą¤
ध्याय [स्ą¤ंध ą„¬]
(ą¤ित्रą¤ेतु ą¤ो नारद तऄा ą¤
ंą¤िरा ą¤ą¤·ि द्वारा शोठमुą¤्त ą¤ą¤°ą¤Øा)
दोą„¦ नारद ą¤ą¤° ą¤ą¤·ि ą¤
ंą¤िरा, ą¤ित्रą¤ेतु ढ़िą¤ ą¤ą¤Æ।
शौठदूर ą¤ीयो ą¤øą¤ą¤² ą¤ą¤¹ą¤Æौ ą¤्ą¤ान दरसाय॥
स्ą¤ंध समाप्त ššš
Shrimad Bhagwad Mahapuran [Skandh 7]
ą¤ą¤Æ विą¤ą¤Æ ą¤े तीन ą¤ą¤Øą¤® ą¤ą¤µं मोą¤्ष प्राप्ति। श्रीमद ą¤ą¤ą¤µą¤¦ पुराण प्रऄम ą¤
ध्याय-सातवां स्ą¤ą¤Ø्ध प्रारम्ą¤
दोą„¦-ą¤ुल पन्द्रह ą¤
ध्याय हैं, या सप्तम स्ą¤ंध ।
वर्णन श्री शुą¤ą¤¦ेवą¤ी ą¤ą¤¤्तम ą¤øą¤ą¤² निबन्ध ।।
हिरण्ą¤Æą¤ą¤¶्यप ą¤े वंश ą¤ी, हाल ą¤ą¤¹ूँ समय ।
▲───────◇◆◇───────▲नवीन सुठसाą¤ą¤°ą¤¶्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण दूसरा ą¤
ध्याय [स्ą¤ंध ą„]
(हिरण्ą¤Æą¤ą¤¶्यपु द्वारा ą¤्रातृ पुत्ą¤°ą¤ą¤£ ą¤ा शोą¤ापनोदन)
दोą„¦-निą¤ą¤ą¤Ø ą¤े ą¤ारण ą¤ą¤Æो, हिरण्ą¤Æą¤ą¤¶्यपु मलीन।
सो दूą¤े ą¤
ध्याय में, विष्णु हन्यो मतहीन | ▲───────◇◆◇───────▲
▲───────◇◆◇───────▲
▲───────◇◆◇───────▲
▲───────◇◆◇───────▲
▲───────◇◆◇───────▲
▲───────◇◆◇───────▲
▲───────◇◆◇───────▲
▲───────◇◆◇───────▲
▲───────◇◆◇───────▲
▲───────◇◆◇───────▲
▲───────◇◆◇───────▲
▲───────◇◆◇───────▲
▲───────◇◆◇───────▲
▲───────◇◆◇───────▲
स्ą¤ंध समाप्त ššš
▲───────◇◆◇───────▲
नवीन सुठसाą¤ą¤°
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण दूसरा ą¤
ध्याय [स्ą¤ंą¤§ą„®]
ą¤ą¤ेन्द्र ą¤ा ą¤ą¤Ŗाą¤्यान
दोहा- ą¤
ध्याय में ą¤ą¤¹ी ą¤ą¤„ा ą¤ą¤ेन्द्र ą¤ą¤ार।
तामें प्रऄम द्वितीय में ą¤ą¤² ą¤्रीą„ा ą¤ो सार ।ą¤ą¤ ą¤ą¤° ą¤्राह ą¤ी ą¤ą¤„ा।। ą¤ाą¤ ą„§ (सुठसाą¤ą¤° ą¤ą¤„ा)
▲───────◇◆◇───────▲
नवीन सुठसाą¤ą¤° ą¤ą¤„ा
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण तीसरा ą¤
ध्याय [स्ą¤ंą¤§ą„®]
(ą¤ą¤ेन्द्र मोą¤्ष)
▲───────◇◆◇───────▲
नवीन सुठसाą¤ą¤° ą¤ą¤„ा
श्रीमद्ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ौऄा ą¤
ध्याय स्ą¤ंध ą„®
(ą¤ą¤ेन्द्र ą¤ा स्वर्ठą¤ाना)
दोą„¦ ą¤
ब ą¤ą¤¤ुर्ऄ में ą¤ą¤¹ą¤Æौ ą¤्राह ą¤ą¤Æो ą¤ंधर्व।
ą¤ą¤ हर पार्षद ą¤ą¤ø ą¤ą¤Æो सो ą¤ाष्यों है सब ||
▲───────◇◆◇───────▲
▲───────◇◆◇───────▲
नवीन सुठसाą¤ą¤° ą¤ą¤„ा।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ą¤ वाँ ą¤
ध्याय [ स्ą¤ंध ą„®]
▲───────◇◆◇───────▲
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण सातवाँ ą¤
ध्याय स्ą¤ंध ą„®
समुद्र मंऄन से ą¤ालą¤ूठą¤ी ą¤ą¤¤्पत्ति
▲───────◇◆◇───────▲
दोą„¦ लą¤्ष्मी प्ą¤°ą¤ą¤ी विष्णु तब, वरण प्रेम सों ą¤ीन्ह।
▲───────◇◆◇───────▲
सुठसाą¤ą¤° ą¤ą¤„ा।। समुद्र मंऄन ą¤ाą¤ ą„Ŗ।।मोहिनी ą¤
वतार।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण नवां ą¤
ध्याय स्ą¤ंध ą„®
▲───────◇◆◇───────▲
सुठसाą¤ą¤° ą¤ą¤„ा।। समुद्र मंऄन ą¤ाą¤ ą„« (देवासुर संą¤्राम)
दोहा ॰ दैत्य सुरन सौ ą¤ą¤¬ ą¤ą¤Æो ą¤ीषण युद्ध ą¤
पार।
सो दसवें में है ą¤ą¤„ा ą¤ą¤ø प्ą¤°ą¤ą¤े ą¤ą¤°ą¤¤ार ||
▲───────◇◆◇───────▲
दोहा- ą¤
ब ą¤्यारह में ą¤ą¤¹ी, दैत्यों ą¤ा संहार।
ą¤ृą¤ु नारद मेą¤्यो तą¤ी ą¤ीन ą¤ीब संą¤ार।।
▲───────◇◆◇───────▲
श्रीमद्ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण बारहवाँ ą¤
ध्याय स्ą¤ंध 8
(मोहनी रूप देठमहादेव ą¤ी मोह प्राप्ति)
दोहा-रूप मोहनी दर्शहि ą¤ą¤्ą¤ा धारि महेश।
बारह में वर्णन ą¤ियो विष्णु दीन्ह ą¤ą¤Ŗą¤¦ेश।।
▲───────◇◆◇───────▲
दोहा-तेरहवें में वैवस्वत मनु सप्तम राą¤ą¤¤ ą¤ोय।
ą¤ाषे ą¤ौन ą¤ą¤µिष्य ą¤ो ą¤ą¤„ा ą¤ą¤¹ी सब सोय।।
▲───────◇◆◇───────▲
श्रीमद्ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ौदहवां ą¤
ध्याय स्ą¤ंध ą„®
(मन्वादि ą¤ा पृऄठपृą¤„ą¤ ą¤ą¤°्मादि वर्णन)
दोą„¦ ą¤ौदह में प्रą¤ु ą¤ą¤्ą¤ा लहि मनु ą¤ीन्हे ą¤ą¤°्म।
सो ą¤
ब वर्णन ą¤ą¤Ŗą¤¦ेशमय ą¤ांति-ą¤ांति ą¤े मर्म ||
▲───────◇◆◇───────▲
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण पन्द्रहवां ą¤
ध्याय स्ą¤ंध ą„®
( बलि द्वारा स्वर्ठविą¤ą¤Æ )
दोą„¦-ą¤
ब बलि ą¤ो वर्णन ą¤ą¤„ा ą¤ाą¤ी नो ą¤
ध्याय |
यą¤्ठविश्वą¤ित ą¤ą¤ में बलि ą¤ो बैą¤ą¤µ लाय ||ą„§ą„«|
▲───────◇◆◇───────▲
श्रीमद ą¤ą¤ą¤µą¤¦ पुराण सोलहवाँ ą¤
ध्याय [स्ą¤ंध ą„®]
दोą„¦-सोलह में निठसुतन लą¤ि ą¤
दिति महा दुठपाय।
ą¤ैसे ą¤ą¤¶्यप ą¤ą¤¹ ą¤ą¤Æे निठसमाधि विसराय।।
▲───────◇◆◇───────▲
▲───────◇◆◇───────▲
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण* ą¤
ठारहवाँ ą¤
ध्याय *[स्ą¤ंध ą„®]
दोहा-ą¤
ठारहवें ą¤
ध्याय में प्ą¤°ą¤ą¤े वामन ą¤ą¤Æ।
दैत्य ą¤ूप बयि ą¤े यहां यांą¤्यो वर हर्षाये ||
▲───────◇◆◇───────▲
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤
ध्याय ą„§ą„Æ [स्ą¤ंध ą„®]
( वामन द्वारा बलि से तीन पैर ą¤ूमि ą¤ी प्रार्ऄना )
दोą„¦ तीन पैर ą¤ी याą¤ą¤Øा वामन बलि से ą¤ीन।
सो ą¤ą¤Ø्नीसव है ą¤ą¤¹ी धलि ą¤ी ą¤ą¤„ा नवीन ॥
▲───────◇◆◇───────▲
दोहा-वामन ą¤ą¤²ą¤¹ू ą¤ानिą¤ै दान हर्षि नृप दीन।
सो बिसहें वर्णन ą¤ियो बाढ़े विष्णु प्रवीन।।
▲───────◇◆◇───────▲
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ą¤्ą¤ीसवाँ ą¤
ध्याय [स्ą¤ंą¤§ą„®]
( विष्णु द्वारा बलि ą¤ा बन्धन )वामन ą¤
वतार ą¤ाठ5
दोहा- ą¤ą¤ ą¤ą¤ø में पठतृतीय हित हरि बांधे बलिराą¤।
बलि ą¤ो महिमा देन हित वामन ą¤ोन्हें ą¤ाठ।।
▲───────◇◆◇───────▲
दोहा-बाą¤ą¤øą¤µें ą¤
ध्याय में बलि ą¤ेą¤्यो पाताल।
ą¤ą¤Ŗ द्वार रą¤्ą¤·ą¤ ą¤ą¤Æे दीनानाऄ दयाल | ।
▲───────◇◆◇───────▲
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण तेą¤ą¤øą¤µां ą¤
ध्याय [स्ą¤ंध ą„®]
( बलि ą¤ा सुतल ą¤ą¤®ą¤Ø )
दोą„¦- तेą¤ą¤ø में प्रहलाद युतसुतल बसे बलि ą¤ाय।
लहि ą¤ą¤Øą¤Ø्द श्रीविष्णुयुत स्वर्ą¤ ą¤ą¤Æे सुरराय ।ą„Ø।
▲───────◇◆◇───────▲
▲───────◇◆◇───────▲
We are working hard to complete Digitizing of Shrimad Bhagwad Mahapuran (sukh sagar).
Still under process...........
- Jai shree Krishna
- Jai shri Hari
- Aumą„
दोą„¦-ą¤ुल पन्द्रह ठध्याय हैं, या सप्तम स्ą¤ंध ।
वर्णन श्री शुą¤ą¤¦ेवą¤ी ą¤ą¤¤्तम ą¤øą¤ą¤² निबन्ध ।।
हिरण्ą¤Æą¤ą¤¶्यप ą¤े वंश ą¤ी, हाल ą¤ą¤¹ूँ समय ।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण दूसरा ठध्याय [स्ą¤ंध ą„]
(हिरण्ą¤Æą¤ą¤¶्यपु द्वारा ą¤्रातृ पुत्ą¤°ą¤ą¤£ ą¤ा शोą¤ापनोदन)दोą„¦-निą¤ą¤ą¤Ø ą¤े ą¤ारण ą¤ą¤Æो, हिरण्ą¤Æą¤ą¤¶्यपु मलीन।
सो दूą¤े ठध्याय में, विष्णु हन्यो मतहीन |
नवीन सुठसाą¤ą¤°
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण दूसरा ठध्याय [स्ą¤ंą¤§ą„®]
ą¤ą¤ेन्द्र ą¤ा ą¤ą¤Ŗाą¤्यान
दोहा- ठध्याय में ą¤ą¤¹ी ą¤ą¤„ा ą¤ą¤ेन्द्र ą¤ą¤ार।
तामें प्रऄम द्वितीय में ą¤ą¤² ą¤्रीą„ा ą¤ो सार ।
ą¤ą¤ ą¤ą¤° ą¤्राह ą¤ी ą¤ą¤„ा।। ą¤ाą¤ ą„§ (सुठसाą¤ą¤° ą¤ą¤„ा)
▲───────◇◆◇───────▲
नवीन सुठसाą¤ą¤° ą¤ą¤„ा
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण तीसरा ठध्याय [स्ą¤ंą¤§ą„®]
(ą¤ą¤ेन्द्र मोą¤्ष)
▲───────◇◆◇───────▲
नवीन सुठसाą¤ą¤° ą¤ą¤„ा
श्रीमद्ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ौऄा ठध्याय स्ą¤ंध ą„®
(ą¤ą¤ेन्द्र ą¤ा स्वर्ठą¤ाना)
दोą„¦ ठब ą¤ą¤¤ुर्ऄ में ą¤ą¤¹ą¤Æौ ą¤्राह ą¤ą¤Æो ą¤ंधर्व।
ą¤ą¤ हर पार्षद ą¤ą¤ø ą¤ą¤Æो सो ą¤ाष्यों है सब ||
▲───────◇◆◇───────▲
▲───────◇◆◇───────▲
नवीन सुठसाą¤ą¤° ą¤ą¤„ा।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ą¤ वाँ ठध्याय [ स्ą¤ंध ą„®]
▲───────◇◆◇───────▲
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण सातवाँ ठध्याय स्ą¤ंध ą„®
समुद्र मंऄन से ą¤ालą¤ूठą¤ी ą¤ą¤¤्पत्ति
▲───────◇◆◇───────▲
▲───────◇◆◇───────▲
सुठसाą¤ą¤° ą¤ą¤„ा।। समुद्र मंऄन ą¤ाą¤ ą„Ŗ।।मोहिनी ठवतार।।
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण नवां ठध्याय स्ą¤ंध ą„®
▲───────◇◆◇───────▲
सुठसाą¤ą¤° ą¤ą¤„ा।। समुद्र मंऄन ą¤ाą¤ ą„« (देवासुर संą¤्राम)
दोहा ॰ दैत्य सुरन सौ ą¤ą¤¬ ą¤ą¤Æो ą¤ीषण युद्ध ठपार।
सो दसवें में है ą¤ą¤„ा ą¤ą¤ø प्ą¤°ą¤ą¤े ą¤ą¤°ą¤¤ार ||
▲───────◇◆◇───────▲
दोहा- ठब ą¤्यारह में ą¤ą¤¹ी, दैत्यों ą¤ा संहार।
ą¤ृą¤ु नारद मेą¤्यो तą¤ी ą¤ीन ą¤ीब संą¤ार।।
▲───────◇◆◇───────▲
श्रीमद्ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण बारहवाँ ठध्याय स्ą¤ंध 8
(मोहनी रूप देठमहादेव ą¤ी मोह प्राप्ति)
दोहा-रूप मोहनी दर्शहि ą¤ą¤्ą¤ा धारि महेश।
बारह में वर्णन ą¤ियो विष्णु दीन्ह ą¤ą¤Ŗą¤¦ेश।।
▲───────◇◆◇───────▲
दोहा-तेरहवें में वैवस्वत मनु सप्तम राą¤ą¤¤ ą¤ोय।
ą¤ाषे ą¤ौन ą¤ą¤µिष्य ą¤ो ą¤ą¤„ा ą¤ą¤¹ी सब सोय।।
▲───────◇◆◇───────▲
श्रीमद्ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ौदहवां ठध्याय स्ą¤ंध ą„®
(मन्वादि ą¤ा पृऄठपृą¤„ą¤ ą¤ą¤°्मादि वर्णन)
दोą„¦ ą¤ौदह में प्रą¤ु ą¤ą¤्ą¤ा लहि मनु ą¤ीन्हे ą¤ą¤°्म।
सो ठब वर्णन ą¤ą¤Ŗą¤¦ेशमय ą¤ांति-ą¤ांति ą¤े मर्म ||
▲───────◇◆◇───────▲
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण पन्द्रहवां ठध्याय स्ą¤ंध ą„®
( बलि द्वारा स्वर्ठविą¤ą¤Æ )
दोą„¦-ठब बलि ą¤ो वर्णन ą¤ą¤„ा ą¤ाą¤ी नो ठध्याय |
यą¤्ठविश्वą¤ित ą¤ą¤ में बलि ą¤ो बैą¤ą¤µ लाय ||ą„§ą„«|
▲───────◇◆◇───────▲
श्रीमद ą¤ą¤ą¤µą¤¦ पुराण सोलहवाँ ठध्याय [स्ą¤ंध ą„®]
दोą„¦-सोलह में निठसुतन लą¤ि ठदिति महा दुठपाय।
ą¤ैसे ą¤ą¤¶्यप ą¤ą¤¹ ą¤ą¤Æे निठसमाधि विसराय।।
▲───────◇◆◇───────▲
▲───────◇◆◇───────▲
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण* ठठारहवाँ ठध्याय *[स्ą¤ंध ą„®]
दोहा-ठठारहवें ठध्याय में प्ą¤°ą¤ą¤े वामन ą¤ą¤Æ।
दैत्य ą¤ूप बयि ą¤े यहां यांą¤्यो वर हर्षाये ||
▲───────◇◆◇───────▲
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ठध्याय ą„§ą„Æ [स्ą¤ंध ą„®]
( वामन द्वारा बलि से तीन पैर ą¤ूमि ą¤ी प्रार्ऄना )
दोą„¦ तीन पैर ą¤ी याą¤ą¤Øा वामन बलि से ą¤ीन।
सो ą¤ą¤Ø्नीसव है ą¤ą¤¹ी धलि ą¤ी ą¤ą¤„ा नवीन ॥
▲───────◇◆◇───────▲
दोहा-वामन ą¤ą¤²ą¤¹ू ą¤ानिą¤ै दान हर्षि नृप दीन।
सो बिसहें वर्णन ą¤ियो बाढ़े विष्णु प्रवीन।।
▲───────◇◆◇───────▲
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण ą¤ą¤्ą¤ीसवाँ ठध्याय [स्ą¤ंą¤§ą„®]
( विष्णु द्वारा बलि ą¤ा बन्धन )वामन ठवतार ą¤ाठ5
दोहा- ą¤ą¤ ą¤ą¤ø में पठतृतीय हित हरि बांधे बलिराą¤।
बलि ą¤ो महिमा देन हित वामन ą¤ोन्हें ą¤ाठ।।
▲───────◇◆◇───────▲
दोहा-बाą¤ą¤øą¤µें ठध्याय में बलि ą¤ेą¤्यो पाताल।
ą¤ą¤Ŗ द्वार रą¤्ą¤·ą¤ ą¤ą¤Æे दीनानाऄ दयाल | ।
▲───────◇◆◇───────▲
श्रीमद ą¤ाą¤ą¤µą¤¦ पुराण तेą¤ą¤øą¤µां ठध्याय [स्ą¤ंध ą„®]
( बलि ą¤ा सुतल ą¤ą¤®ą¤Ø )
दोą„¦- तेą¤ą¤ø में प्रहलाद युतसुतल बसे बलि ą¤ाय।
लहि ą¤ą¤Øą¤Ø्द श्रीविष्णुयुत स्वर्ą¤ ą¤ą¤Æे सुरराय ।ą„Ø।
▲───────◇◆◇───────▲
We are working hard to complete Digitizing of Shrimad Bhagwad Mahapuran (sukh sagar).
Still under process...........
- Jai shree Krishna
- Jai shri Hari
- Aumą„
Post a Comment